52 Best Buddha Quotes In Hindi - भगवान बुद्ध के अनमोल विचार - HindiGyanDaily

 गौतम बुद्ध के उपदेश - 52 Best Gautam Buddha Quotes in Hindi



तुम अपने क्रोध के लिए दंड नहीं पाओगे, तुम अपने क्रोध के द्वारा दंड पाओगे।


स्वास्थ्य सबसे महान उपहार है, संतोष सबसे बड़ा धन तथा विश्वसनीयता सबसे अच्छा संबंध है।


सभी गलत कार्य मन से ही उपजाते हैं। अगर मन परिवर्तित हो जाए तो क्या गलत कार्य रह सकता है।


मनुष्य का दिमाग ही सब कुछ है, जो वह सोचता है वही वह बनता है।


मन सब कुछ है, तुम जैसा सोचते हो, वैसा ही बनते हो।



आज हम जो करते हैं जीवन में वही सबसे ज्यादा मायने रखता है। 


खुशी, अच्छे स्वास्थ्य और बीती बातों को भुला देने से ज्यादा कुछ नहीं है। 


मंजिल या लक्ष्य तक पहुँचने से ज्यादा महत्वपूर्ण यात्रा अच्छे से करना होता है।


बिना सेहत के जीवन, जीवन नहीं है; बस पीड़ा की एक स्थिति है – मौत की छवि है।



सारे बुरे कार्य मन के कारण ही होते हैं। अगर मन ही बदल जाए तो क्या बुरा कार्य हो सकता है? 


अपने बराबर या फिर अपने से समझदार व्यक्तियों के साथ सफ़र कीजिये, मूर्खो के साथ सफ़र करने से अच्छा है अकेले सफ़र करना।


परमात्मा ने हर इंसान को एक जैसा बनाया है, अंतर सिर्फ हमारे मस्तिष्क के अंदर है।


एक शुद्ध निःस्वार्थ जीवन जीने के लिए, एक व्यक्ति को प्रचुरता में भी कुछ भी अपना नहीं है ऐसा भरोसा करना चाहिए।



अज्ञानी आदमी एक बैल के समान है। वह ज्ञान में नहीं, आकार में बढ़ता है।


ज्ञानी व्यक्ति कभी नहीं मरते और जो नासमझ हैं, वे तो पहले से ही मरे हुए हैं।


बुराई अवश्य रहना चाहिए, तभी तो अच्छाई इसके ऊपर अपनी पवित्रता साबित कर सकती है।




आपको क्रोधित होने के लिए दंड नहीं दिया जायेगा, बल्कि आपका क्रोध खुद आपको दंड देगा।


अपने शरीर को स्वस्थ रखना भी एक कर्तव्य है, अन्यथा आप अपनी मन और सोच को अच्छा और साफ़ नहीं रख पाएंगे।


आपका मन ही सब कुछ है, आप जैसा सोचेंगे वैसा बन जायेंगे।


एक हजार खोखले शब्दों से एक शब्द बेहतर है जो शांति लता है।



जीवन में किसी उद्देश्य या लक्ष्य तक पहुंचने से ज्यादा महत्वपूर्ण उस यात्रा को अच्छे से संपन्न करना होता है।


शक की आदत सबसे खतरनाक है। शक लोगो को अलग कर देता है। यह दो अच्छे दोस्तों को और किसी भी अच्छे रिश्ते को बरबाद कर देता है।


हजार योद्धाओं पर विजय पाना आसान है। लेकिन जो अपने ऊपर विजय पाता है वही सच्चा विजयी है।


वह व्यक्ति जो लोगों को प्यार करता है, दुखों से घिरा होता है, जो किसी से भी प्यार नहीं करता है उसे कोई संकट नहीं है।



मैं कभी नहीं देखता की क्या किया जा चुका है; मैं हमेशा देखता हूँ कि क्या किया जाना बाकी है।


मौत एक विचलित मन वाले व्यक्ति को उसी तरह से बहा कर ले जाती है, जिस तरह से बाढ़ में एक गांव के (नींद में डूबे हुए) लोग बह जाते हैं।


मन सभी मानसिक अवस्थाओं से ऊपर होता है।


अगर आप वाकई में अपने आप से प्रेम करते है, तो आप कभी भी दूसरों को दुःख नहीं पहुंचा सकते।




शांतिप्रिय लोग आनंद से जीवन जीते हैं और उन पर हार या जीत का कोई प्रभाव नहीं पड़ता।


घृणा, घृणा करने से कम नहीं होती है बल्कि प्रेम करने से होती है। यही शाश्वत नियम है


चतुराई से जीने वाले लोगों को मौत से भी डरने की जरुरत नहीं है।


घृणा, घृणा करने से कम नहीं होती, बल्कि प्रेम से घटती है, यही शाश्वत नियम है।



असल जीवन की सबसे बड़ी विफलता है, हमारा असत्यवादी होना।


आपके पास जो कुछ भी है है उसे बढ़ा-चढ़ा कर मत बताइए, और ना ही दूसरों से इर्श्या कीजिये। जो दूसरों से इर्श्या करता है उसे मन की शांति नहीं मिलती।


अपने उद्धार के लिए स्वयं कार्य करें, दूसरों पर निर्भर नहीं रहें।


हर दिन की अहमियत समझें – इंसान हर दिन एक नया जन्म लेता है हर दिन एक नए मकसद को पूरा करने के लिए है इसलिए एक-एक दिन की अहमियत समझें।



भूतकाल में मत उलझो, भविष्य के सपनों में मत खो जाओ वर्तमान पर ध्यान दो यही खुश रहने का रास्ता है।


क्रोध करना एक गर्म कोयले को दूसरे पे फैंकने के समान है जो पहले आपका ही हाथ जलाएगा।


तीन चीज़ें ज्यादा देर तक नहीं छुपी रह सकतीं – सूर्य, चन्द्रमा और सत्यैं।


सदाचार को दुष्टों के द्वारा ज्यादा सताया जाता है बनिस्वत यह अच्छे लोगो के प्यार से।



हम जो बोलते हैं अपने शब्दों को देखभाल के चुनना चाहिए कि इससे सुनने वाले पर क्या प्रभाव पड़ेगा, अच्छा या बुरा।


पैर तभी पैर महसूस करता है जब यह जमीन को छूता है।


क्रोधित रहना, जलते हुए कोयले को किसी दूसरे व्यक्ति पर फेंकने की इच्छा से पकड़े रहने के समान है यह सबसे पहले आप को ही जलाता है।


आप अपने गुस्से के लिए दंडित नहीं हुए, आप अपने गुस्से के द्वारा दंडित हुए हो।



हमें हमारे अलावा कोई और नहीं बचा सकता, हमें अपने रास्ते पे खुद चलना है।


हजारों खोखले शब्दों से अच्छा वह एक शब्द है जो शांति लाये।


अपनी स्वयं की क्षमता से काम करो, दूसरों पर निर्भर मत रहो।


जो व्यक्ति अपना जीवन को समझदारी से जीता है उसे मृत्यु से भी डर नहीं लगता। 


अपना रास्ता स्वंय बनाएं – हम अकेले पैदा होते हैं और अकेले मृत्यु को प्राप्त होते हैं, इसलिए हमारे अलावा कोई और हमारी किस्मत का फैसला नहीं कर सकता।



निश्चित रूप से जो नाराजगी युक्त विचारों से मुक्त रहते हैं, वही जीवन में शांति पाते हैं। 


हम जो शब्द बोलते हैं उनका चुनाव हमें बड़ी सावधानी से करना चाहिए, क्योंकि उन शब्दों को सुनने वाले व्यक्तियों पर उनका प्रभाव पड़ता है फिर चाहे वह प्रभाव अच्छा हो अथवा बुरा।


जो गुजर गया उसके बारे में मत सोचो और भविष्य के सपने मत देखो केवल वर्तमान पे ध्यान केंद्रित करो।

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