मंडूकासन
यह आसन करते समय मेढक के जैसा आकार हो जाता है। इसलिए इस आसन को ‘मंडूकासन’ कहा जाता है|
करने का तरीका :
पैरों को पीछे ले जाइए। पैरों के पंजे इस प्रकार रखिए कि वे एक-दूसरे को छुए। घुटनों को दोनों ओर जाने दीजिए। दोनों हाथ आकृति में बताए अनुसार रखिए। दोनों घुटनों को जितना संभव हो उतना दूर रखिए। ऊपर के शरीर को सीधा रखिए। दृष्टि सामने रखिए और स्वाभाविक ढंग से सांस लीजिये। आठ से बारह सेकण्ड तक इसी स्थिति में रहिए। पहले सप्ताह में दो बार और बाद में चार बार तक यह आसन करें।
लाभ :
(1) यह आसन जाँघ, पुट्ठे और पेट के भाग का वजन कम करने में बड़ा ही प्रभावशाली है।
(2) स्त्रियों और पुरुषों के कमर से नीचे के भागों को मजबुत बनाने में इस आसन का महत्वपूर्ण योग है।
(3) यह आसन व्यक्ति की जातीय क्षमता में वृद्धि करता है और स्त्रियों की प्रजननतंत्र सम्बन्धी कठिनाइयाँ दूर करता है।
(4) यह आसन पाचन-तंत्र को मजबूत बनाता है।
(5) पद्मासन से होनेवाले लाभ इस आसन से भी होते हैं।
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